1857 Kranti Questions
#1. कर्नाटक का तृतीय युद्ध’ कब लड़ा गया था ?
सही उत्तर – 1757-63 ई.
व्याख्या – इस युद्ध का तात्कालिक कारण था, लॉर्ड क्लाइव और वाट्सन द्वारा बंगाल में चन्द्रनगर पर अधिकार कर लेना था |
#2. निम्नलिखित में से ‘नाना साहब’ का मूल नाम क्या था ?
सही उत्तर – धोधूपन्त
व्याख्या – कानपुर में 5 जून, 1857 को विद्रोह की शुरुआत हुई ।
#3. किस अंग्रेज ने कहा था कि “यदि 1857 के विद्रोहियों में एक भी योग्य नेता होता तो हम सदा के लिए हार जाते” ?
सही उत्तर – जॉन लारेन्स
व्याख्या – 1857 के विद्रोह के बारे में सर जॉन लारेन्स ने कहा था कि “यदि विद्रोहियों में एक भी योग्य नेता रहा होता तो हम सदा के लिए हार जाते । “
#4. 1857 के विद्रोह पर निम्नलिखित में से किसने “फर्स्ट वार ऑफ इण्डियन इण्डिपेण्डेंस” नामक पुस्तक लिखी ?
सही उत्तर – वी. डी. सावरकर
व्याख्या – फर्स्ट वार ऑफ इण्डियन इण्डिपेण्डेंस – वी. डी. सावरकर द ग्रेट रिबेलियन – अशोक मेहता द सिपोए म्यूटनी एण्ड द रिवोल्ट ऑफ 1857 – आर. सी. मजूमदार
#5. 1857 ई. के संघर्ष की निम्नलिखित घटनाओं को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए- (A) मेरठ में विद्रोह (B) लखनऊ में विद्रोह (C) झाँसी में विद्रोह (D) नसीराबाद में विद्रोह
सही उत्तर – ADBC
व्याख्या –
#6. निम्नांकित में से किसने ‘यंग इण्डिया’ में लिखा है कि “ 1857 की क्रान्ति राजनीतिक तथा राष्ट्रीय दोनों थी” ?
सही उत्तर – लाला लाजपत राय
व्याख्या –
#7. 1857 की क्रान्ति के परिणामों के रूप में निम्न में से कौन सा कथन सत्य नहीं है ?
सही उत्तर – उच्च जाति के हिन्दुओं को सरकारी सेवा में प्राथमिकता दी गई।
व्याख्या –
#8. 1857 के विद्रोह के प्रति मेवाड़ के महाराणा की क्या नीति थी ?
सही उत्तर – अंग्रेजों को सहयोग
व्याख्या – राजा राममोहन ने फारसी भाषा में “मिरातुल अखबार” का प्रकाशन किया था।
#9. Question 11WRONG किसकी वीरता से प्रभावित होकर ब्रिटिश सैन्य-अधिकारी ह्यूरोज ने कहा : ‘भारतीय क्रांतिकारियों में यह अकेली मर्द है’ ?
सही उत्तर – लक्ष्मीबाई
व्याख्या – साल 1858 में जून का 17वां दिन था जब खूब लड़ी मर्दानी, अपनी मातृभूमि के लिए जान देने से भी पीछे नहीं हटी. ‘मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी’ का नारा दिया ।
#10. ‘डेन’ ईस्ट इण्डिया कम्पनी का स्थापना कब हुई थी ?
सही उत्तर – 1616 ई.
व्याख्या – इस कम्पनी ने भारत में 1620 ई. में टैंकोबार (तमिलनाडु) तथा 1676 ई. में सेरामपुर (बंगाल) में व्यापारिक कम्पनियाँ स्थापित कीं ।