Pashuon Ki Pramukh Naslen
#1. रेगिस्तान का चलता-फिरता फ्रिज है-
सही उत्तर – बकरी
व्याख्या – बकरी को रेगिस्तान का चलता-फिरता ‘फ्रिज’ या रनिंग डेयरी एवं डबल एटीएम भी कहते हैं क्योंकि इससे कभी भी दूध निकालकर ताजा ही उपयोग ले सकते हैं।
#2. निम्न में से कौनसी भेड़ की नस्ल चोकला तथा रेम्बूले मेरिनो के 2 संकरण से विकसित की गयी-
सही उत्तर – अविवस्त
व्याख्या – यह नस्ल केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर, मालुपरा जिला टोंक पर रेम्बूले नस्ल के मेरिनो भेड़ों तथा राजस्थान की चौकला नस्ल की भेड़ के वर्ण संकरण से विकसित की गयी है।
#3. इनमें से गाय की कौन-सी नस्ल शुद्ध नहीं है?
सही उत्तर – राठी
व्याख्या – राठी एक संकर किस्म की प्रजाति है। यह एक काजी नस्ल है। यह 800-1100 लीटर दूध देती है ।
#4. भारतीय भैसें निम्न में से किस समूह में आती हैं?
सही उत्तर – Bos bubalis
व्याख्या – भैंसों की दो नस्लें हैं। भारतीय तथा विदेशी भैंसे ।
#5. गाय की किस नस्ल के शरीर पर काले कत्थई व सफेद धब्बे होते हैं-
सही उत्तर – गिर
व्याख्या – गिर गाय का भार 380 से 450 किग्रा तथा नर का भार 550 से 650 किग्रा. तक होता है।
#6. राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में पायी जाने वाली भेड़ की नस्ल है-
सही उत्तर – चोकला
व्याख्या – इस नस्ल को छापर और शेखावाटी के नाम से भी जाना जाता है।
#7. निम्न में से किस नस्ल के ऊँट सधारी हेतु मुख्यतयाः प्रयुक्त होते हैं-
सही उत्तर – जैसलमेरी
व्याख्या – जैसलमेरी नस्ल के ऊँट सवारी के लिए उपयुक्त है।
#8. गाय की दुकाजी नस्ल है-
सही उत्तर – हरियाना
व्याख्या – गाय की दुकाजी नस्ल हरियाणावी थारपारकर, कांकरेज, अंगोल, मेवाती, राठी, कृष्णाघाटी, गोओलाओ तथा निमाडी है।
#9. मालवी गाय की नस्ल का उत्पत्ति क्षेत्र है-
सही उत्तर – मन्दसौर
व्याख्या – मालवी नस्ल राजस्थान के चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा व झालावाड़ जिलों में पायी जाती है।
#10. गठीला शरीर, छोटे व मोटे सींग, चौकन्ने खड़े हुए कान किस नस्ल की विशेषता है-
सही उत्तर – मालवी
व्याख्या – मालवी नस्ल राजस्थान के चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा व झालावाड़ जिलों में पायी जाती है।
QUIZ 2 I QUIZ 3 I QUIZ 4 I
Pashuon Ki Nasl
पशुओं की नस्लों का महत्व एवं इसके संरक्षण के लिए उठाए गए कदमों को लेकर हमारे समाज में एक महत्वपूर्ण चरण है। यहाँ हम इस विषय पर विस्तृत चर्चा करेंगे
पशुओं की नस्ल क्या है?
नस्ल की परिभाषा
पशुओं की नस्ल उनकी विशेषताओं, गुणों, और वंश के आधार पर तैयार की जाती है। इसके माध्यम से हम पशुओं की अद्वितीयता को समझ सकते हैं।
नस्ल का महत्व
नस्ल का महत्व पशुओं के उत्पादन, पालन, और विकास में होता है। यह सामाजिक, आर्थिक, और पर्यावरणीय प्रभाव डालता है।
पशुओं की नस्ल की विभिन्नता
जाति और नस्ल का अंतर
नस्ल विभिन्न जातियों के अंतर से उत्पन्न होती है, जबकि जाति व्यक्तिगत गुणों के आधार पर होती है।
पशुओं की नस्लों का उदाहरण
गाय, बकरी, घोड़े, और बिल्ली जैसे पशुओं की अलग-अलग नस्लें होती हैं।
नस्ल के महत्वपूर्ण तत्व
जीनोमिक्स का महत्व
जीनोमिक्स के लिए नस्ल का महत्वपूर्ण योगदान है, जो पशुओं की अध्ययन को समझने में मदद करता है।
नस्ल के रक्षण के लिए प्रयास
पशुओं की नस्ल के रक्षण के लिए विभिन्न संगठन और सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
संगठन और सरकारी योजनाएं विभिन्न क्षेत्रों में पशुओं की नस्ल के रक्षण और विकास के लिए काम कर रही हैं।
नस्ल संरक्षण की आवश्यकता
प्राकृतिक संतुलन की संरक्षा
नस्ल संरक्षण के माध्यम से हम प्राकृतिक संतुलन को सुरक्षित रख सकते हैं, जो वायुमंडलीय परिवर्तनों के संभावित प्रभावों से बचाव करता है।
नस्ल संरक्षण के उपाय
पशुओं की नस्ल के रक्षण के लिए हमें संग्रहण, प्रचार-प्रसार, और जागरूकता के लिए कई उपायों को अपनाना चाहिए।
वैज्ञानिक प्रगति और नस्ल के लिए प्रभाव
जीन एडिटिंग का योगदान
नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों के उपयोग से हम नस्लों के अध्ययन में तेजी से प्रगति कर रहे हैं और उन्हें संरक्षित रखने के नए तरीकों का पता लगा रहे हैं।
नस्ल के संरक्षण में वैज्ञानिक उपलब्धियों का उपयोग
वैज्ञानिक उपलब्धियों का उपयोग करके हम पशुओं की नस्ल के संरक्षण के लिए सक्रिय योगदान कर सकते हैं।
पशुओं की नस्ल की रक्षा में समाज की भूमिका
संगठन और संघर्ष
समाज में संगठन और संघर्ष के माध्यम से हम पशुओं की नस्ल की रक्षा में योगदान कर सकते हैं।
सामुदायिक संगठनों का योगदान
सामुदायिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण है, जो पशुओं की नस्ल के लिए जागरूकता फैलाते हैं और संरक्षण के लिए सक्रियता दिखाते हैं।
नस्ल की संरक्षण में सरकार की भूमिका
कानूनी व्यवस्था की जरूरत
सरकारी कानूनी व्यवस्था के माध्यम से नस्ल की संरक्षण में हमारी मदद की जा सकती है।
सरकारी योजनाएँ और कार्यक्रम
सरकार के द्वारा चलाए जाने वाले नस्ल संरक्षण के योजनाओं और कार्यक्रमों से पशुओं की संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाया जा सकता है।
इस तरह, हम पशुओं की नस्ल के महत्व और इसके संरक्षण के लिए कई उपायों को अपना सकते हैं।
समापन
नस्ल की संरक्षण के लिए समुदाय के सहयोग और सरकारी योजनाओं की आवश्यकता है। इसके माध्यम से हम समृद्धि और संतुलन से भरी पर्यावरण का आनंद उठा सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
- नस्ल संरक्षण क्यों महत्वपूर्ण है?
- नस्ल संरक्षण से हम प्राकृतिक संतुलन को सुरक्षित रख सकते हैं और प्राकृतिक विविधता को बढ़ा सकते हैं।
- समुदाय की क्या भूमिका है नस्ल संरक्षण में?
- समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण है क्योंकि वह नस्ल संरक्षण की जागरूकता फैलाता है और संरक्षण के लिए सक्रियता दिखाता है।
- क्या वैज्ञानिक प्रगति नस्ल संरक्षण में मदद कर सकती है?
- हां, वैज्ञानिक प्रगति नस्ल संरक्षण में बड़ी मदद कर सकती है। यह नई तकनीकों का उपयोग करके संरक्षण के नए तरीकों का पता लगाने में मदद करती है।
- नस्ल संरक्षण के लिए सरकार कैसे सहायक हो सकती है?
- सरकार नस्ल संरक्षण के लिए कानूनी व्यवस्था स्थापित करके और नस्ल संरक्षण के लिए योजनाओं और कार्यक्रमों का आयोजन करके मदद कर सकती है।
- क्या हमें पशुओं की नस्ल के संरक्षण में कैसे सहयोग करना चाहिए?
- हम सभी अपने स्तर पर पशुओं की नस्ल के संरक्षण में सहयोग कर सकते हैं, जैसे कि पशुओं की देखभाल करना और नस्लों के लिए जागरूकता फैलाना।
अब तक आपको सभी पशुओं की नस्ल के महत्व और संरक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी मिल चुकी है। इसे समझने के बाद, हम सभी को इसमें अपना योगदान देना चाहिए ताकि हम सभी प्राकृतिक संतुलन और विविधता को सुरक्षित रख सकें