Utsarjan tantra se prashn
#1. निम्न में से कौन सा, वृक्क नलिकाओं के अस्तर और लार ग्रंथियों की वाहिनियों का निर्माण करता है? RRB Group-D
सही उत्तर – घनाभाकार उपकला
व्याख्या –
घनाभाकार उपकला – वृक्क नलिकाओं के अस्तर और लार ग्रंथियों की वाहिनियों का निर्माण करता है।
शल्की उपकला – रक्त वाहिकाओं, अन्नप्रणाली और फेफड़ों की थैली की दीवारों में पाया जाता है।
स्तंभाकार उपकला – पेट और आंत की परत में पाए जाते हैं।
#2. निम्नांकित आकृति मानव के वृक्काणु (nephron ) को दर्शाती है। कौन सा भाग संग्रह नलिका है?
सही उत्तर – क्षेत्र a
व्याख्या –
वृक्काणु की संग्रह नलिका एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है जो मानव शरीर में मौजूद होता है। यह नलिका वृक्क के निकट स्थित होता है और मूत्र को वृक्क से ब्लैडर तक पहुंचाता है। इसका मुख्य कार्य मूत्र को निर्माण करना और शरीर से विषैले पदार्थों को निकालना है।
#3. अपोहन, (डायलिसिस), वृक्क की सामान्य कार्यप्रणाली प्रभावित होने पर रक्त से अपशिष्ट उत्पादों को निकालने के लिए की जाने वाली एक प्रक्रिया है। अपोहन (डायलिसिस) के चरण नीचे दिए हैं, लेकिन वे सही क्रम में नहीं हैं। कौन सा विकल्प इन चरणों के सही क्रम को दर्शाता है ? RRB Group-D
सही उत्तर – C-B-E-D-A
व्याख्या –
इसका सही क्रम है-
• धमनी से लाइन
• रोगी के रक्त को अपोहन तरल (Dialysing fluid) युक्त
टैंक से गुजारना
• अपोहन तरल (Dialysing fluid) का परासरण दाब, को छोड़कर, रक्त के समान होता है
अपशिष्ट
• रक्त के अपशिष्ट उत्पाद अपोहन तरल (Dialysing fluid) युक्त
टैंक से गुजारना
• लाइन से शिरा
#4. पादपों में स्तनधारियों की भाँति वृक्क जैसा सुपरिभाषित उत्सर्जन तंत्र मौजूद क्यों नहीं होता है?
सही उत्तर – वे अपने कायिक अंगों के माध्यम से उत्सर्जन करते
व्याख्या –
जड़, तना तथा पत्तियाँ पौधों के शरीर की ये संरचनाएँ पौधे के कायिक अंग (Vegetative Parts ) कहलाते हैं।
#5. निम्न में से कौन-सा भाग मूत्राशय और वृक्क को जोड़ता है ? RRB Group D
सही उत्तर – मूत्रवाहिनी (Ureters )
व्याख्या –
मुत्राशय एवं वृक्क को मूत्रवाहिनी जोड़ती है। मूत्रवाहिनी दोनों वृक्कों से अलग-अलग निकलती है तथा मूत्र को क्रमाकुंचन गति द्वारा वृक्क से मूत्राशय में लाती है
#6. गुर्दे न केवल उत्सर्जन अंग होते हैं। इनके कार्य को पूरकता प्रदान करता है? RRB Group D
सही उत्तर – लीवर
व्याख्या –
गुर्दे उत्सर्जी अंग होने के साथ-साथ लीवर को पूरकता प्रदान करते है। ऑर्निथिन चक्र लीवर में होने वाला एक ऐसा चक्र है, जिसके दौरान अमोनिया से यूरिया का निर्माण होता है
#7. निम्न में से कौन सा कथन गलत है? [RRB Group D – 12 Sep 2022, Shift-II]
व्याख्या –
प्रत्येक वृक्क में बड़ी संख्या में नेफ्रोन पाये जाते हैं। ये वृक्क की संरचनात्मक और क्रियात्मक इकाई होते है। न्यूरॉन तंत्रिका तंत्र की संरचनात्मक और क्रियात्मक इकाई होते है
#8. निम्नांकित चित्र में दाएं मानव वृक्क को दर्शाया गया है। मूत्रवाहिनी किस बिंदु पर वृक्क से बाहर निकलती है ? [RRB Group D-29 Sep 2022, Shift-1]
सही उत्तर – बिंदु 2
व्याख्या –
इसमें बिंदु ‘2’ मूत्रवाहिनी (Ureter) के वृक्क से बाहर निकलने के बिंदु को दर्शाता है। यह मूत्रवाहिनी एक लम्बी नलिका होती है, जो मूत्र मूत्राशय में क्रमाकुंचन गति द्वारा लेकर जाती है।
#9. हीमोडायलिसिस (Hemodialysis) में कई अर्ध – पारगम्य अस्तर युक्त नलिकाएं होती हैं, जो एक तरल पदार्थ से भरे टैंक में निलंबित होती हैं, इस तरल के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है? RRB Group D
व्याख्या –
इस तरल का परासरण दाब रक्त के समान होता है और नाइट्रोजनयुक्त अपशिष्ट से रहित होता है