#1. ‘वागड़ की मीरा’ कही जाने वाली गवरी बाई का जन्म राजस्थान के किस जिले में हुआ?
सही उत्तर – डूंगरपुर
व्याख्या – श्रीकृष्ण भक्त गवरी बाई ने अपने भजनों से लोगो को प्रभावित किया इसलिए इन्हें वागड़ की मीरा कहा गया
#2. लोहापांग नामक तांत्रिक का अभिमान नष्ट कर उसे ज्ञान प्राप्ति का उपदेश देने वाले संत थे ?
सही उत्तर – संत जसनाथ जी
व्याख्या – संत जसनाथ जी निर्गुण भक्ति के प्रवर्तक थे
#3. निष्कलंकी’ या ‘निष्कलंक’ संप्रदाय का प्रवर्तक किसे माना जाता है?
सही उत्तर – संत मावजी
व्याख्या – इसकी प्रधान पीठ साबला गाँव डूगरपुर में है
#4. लालनाथ जी, चोखननाथ जी,सवाईदास जी आदि किस संप्रदाय के प्रमुख संत हुए हैं?
सही उत्तर – जसनाथी संप्रदाय
व्याख्या – जसनाथी संप्रदाय का अग्नि नृत्य प्रशिद्ध है
#5. जैन श्वेताम्बर संप्रदाय के 9वें आचार्य थे-
#6. जाम्भोजी के अनुयाई को क्या कहते है ?
सही उत्तर – विश्नोई
व्याख्या –
1 विश्नोई संप्रदाय के संस्थापक गुरु जम्भेश्वर थे।
2 इन्हें जाम्भोजी के नाम से भी जाना जाता है।
3 इनका जन्म 1451 में राजस्थान के नागौर जिले के पीपासर गांव में हुआ था।
4 इन्होने 1485 में विश्नोई संप्रदाय की स्थापना की।
5 विश्नोई संप्रदाय के कुल 29 नियम हैं।
6 विश्नोई संप्रदाय पर्यावरण संरक्षण और वन्य जीवन को अधिक महत्व देने वाला संप्रदाय था । अमृता देवी के नेतृत्व में, खेजड़ी के वृक्षों को बचाने के लिए 363 विश्नोई की मृत्यु हो गई थी।
#7. किस संप्रदाय के विरक्त संत ‘परमहंस’ कहलाते हैं।
#8. विश्नोई सम्प्रदाय की प्रमुख पीठ कहाँ स्थित है?
सही उत्तर – मुकाम-तालवा, बीकानेर
व्याख्या –
विश्नोई संप्रदाय के प्रवर्तक जाम्भोजी ने मुकाम बीकानेर में समाधी ली थी