Important People of Rajasthan​

Rajasthan ke pramkuh wayakti 1

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Question 1

जमनालाल बजाज को उदारतापूर्ण नीति के कारण ब्रिटिश सरकार ने कौनसी उपाधि दी?

A
केसर-ए-हिन्द
B
राय बहादुर
C
नायबहुड़
D
इनमें से कोई नहीं
Question 1 Explanation: 
लेकिन इन्होने इस खिताब को वापस कर दिया
Question 2

3 अप्रैल, 1946 ई. को राज्य के किस महान स्वतंत्रता सेनानी

को जेल में कैरोसिन छिड़क कर जिन्दा जला दिया था?

A
बाल मुकन्द बिस्सा
B
ज्वाला प्रसाद शर्मा
C
स्वामी गोपालदास
D
सागरमल गोपा
Question 2 Explanation: 
-सागरमल गोपा ने ‘आजादी के दीवाने’ नामक पुस्तक में जवाहरसिंह की बुराईयों को उजागर किया और जनता से राज्य की आजादी के लिये निवेदन किया
Question 3

 प्रताप सिंह बारहठ को किस षड्यंत्र केस के तहत जेल भेजा गया?

A
बनारस षड्यंत्र
B
लाहौर षड्यंत्र
C
अलीपुर षड्यंत्र
D
मेरठ षड्यंत्र
Question 3 Explanation: 
प्रतापसिंह बारहठ भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक महान क्रांतिवीर तथा केसरी सिंह बारहठ के पुत्र थे |
Question 4

निम्न में से शेर-ए-भरतपुर के नाम से जाना जाता है?

A
जुगलकिशोर चतुर्वेदी
B
गोकुलजी वर्मा
C
शोभाराम कुमावत
D
जयनारायण व्यास
Question 4 Explanation: 
जुगलकिशोर चतुर्वेदी – दूसरा जवाहर लाल नेहरु , जयनारायण व्यास – शेर-ए-राजस्थान
Question 5

“वागड़ का गाँधी ” के नाम से प्रशिद्ध व्यक्ति का जन्म किस जिले में हुआ?

A
बाँसवाड़ा
B
डूंगरपुर
C
राजसमन्द
D
प्रतापगढ़
Question 5 Explanation: 
इन्होने वांगड़ सेवा मंदिर संस्था की स्थापना की थी। इन्होंने 1944 में डूंगरपुर प्रजामण्डल की स्थापना की थी।
Question 6

राजस्थान के किस क्रांतिकारी को उनकी नेतृत्व क्षमता के

कारण ‘सरदार’ की उपाधि से सम्मानित किया गया है?

A
हरलाल सिंह
B
छगनराज चोपासनी वाला
C
बीरबलसिंह
D
शोभाराम
Question 6 Explanation: 
हरलाल सिंह औपनिवेशिक भारत के किसान आंदोलन में एक प्रचारक थे |
Question 7

 अलवर में जनजागृति के प्रेरक पं. हरिनारायण ने निम्न में

से किस संघ की स्थापना की?

A
अस्पृश्यता निवारण संघ
B
आदीवासी संघ
C
वाल्मिकी संघ
D
उपरोक्त सभी
Question 7 Explanation: 
हरिजन सेवक संघ की स्थापना 30 सितम्बर 1932 को एक अखिल भारतीय संगठन के रूप में हुई थी।
Question 8

सन् 1857 की क्रांति के दौरान रानी लक्ष्मीबाई और तात्या टोपे के सामने 

धन का संकट उत्पन्न होने पर निम्न

में से किसने अपनी निजी सम्पत्ति इनको सौंप दी थी?

A
भामाशाह
B
जमनालाल बजाज
C
रावत जोधसिंह
D
अमरचन्द बांठिया
Question 8 Explanation: 
अमरचंद बांठिया (१७९३ – १८५८) भारत की स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम के एक नायक थे।
Question 9

निम्न में से किसने कहा था- “मैने आज तक प्रतापसिंह बारहठ 

जैसा युवक नहीं देखा।”

A
लार्ड हार्डिंग्ज
B
लार्ड कर्जन
C
एडवर्ड सप्तम
D
चार्ल्स क्लीवलैण्ड
Question 9 Explanation: 
अमानुषिक यातनाओं के कारण 27 मई, 1918 को प्रताप सिंह की मृत्यु हो गई।
Question 10

केसरी सिंह बारहठ ने 1903 ई. में चेतावणी रा शृंगट्या

लिखकर किस महाराणा को दिल्ली दरबार में जाने से रोका था?

A
सज्जनसिंह
B
फतेहसिंह
C
कृष्णसिंह
D
जगत सिंह
Question 10 Explanation: 
फतेह सिंह मेेवाड़, राजस्थान के शिशोदिया राजवंश के शासक थे।
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राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व: ऐतिहासिक धारा में अनमोल रत्न 2024

राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व

राजस्थान, भारतीय इतिहास का एक शानदार अंचल है जो अपने प्राचीन संस्कृति, विरासत और प्रमुख व्यक्तित्वों के लिए प्रसिद्ध है। इस भूमि के इतिहास में कई महान व्यक्तित्व हैं जिन्होंने अपने योगदान से समाज को नई दिशा दी और इतिहास की धारा को परिवर्तित किया। इन प्रमुख व्यक्तित्वों के बारे में जानना एक महत्वपूर्ण अनुभव है, जो हमें हमारे राजस्थान के इतिहास और संस्कृति के प्रति गहरा ज्ञान प्रदान करता है।

1. महाराणा प्रताप

महाराणा प्रताप, मेवाड़ के योद्धा और एक वीर राजपूत राजा थे। उन्होंने मुघल सम्राट अकबर के खिलाफ हल्दीघाटी युद्ध में अपनी शौर्य और साहस का परिचय दिया। उनकी निष्ठा, साहस और गर्व राजस्थानी समाज के लिए एक प्रेरणास्त्रोत रही है।

2. महाराणा सांगा: महाराणा सांगा ने मेवाड़ को एक शक्तिशाली राज्य बनाने के लिए अपने योगदान किया। उन्होंने राजसिंह महल का निर्माण किया और मेवाड़ को उत्तर भारतीय सम्राटों के खिलाफ रक्षा करने के लिए योजना बनाई। इनको राजस्थान के प्रमुख व्यक्तियों के रूप में विभिन्न परीक्षाओ में कई बार पूछा गया है !

3. महाराजा मानसिंह: महाराजा मानसिंह ने अपने शौर्य और साहस के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने मुगल सम्राट अकबर के खिलाफ लड़ाई लड़ी और राजपूतों की गर्वभारी परंपरा को बनाए रखने के लिए अपने जीवन को समर्पित किया।

4. मीरा बाई

मीरा बाई, राजस्थान की प्रसिद्ध संत महिला थीं, जिन्होंने भक्ति और समाज के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उनके कृष्ण भक्ति गीत और कविताएं आज भी लोगों के दिलों में बसी हैं और उन्हें एक महान भक्ति संत के रूप में याद किया जाता है।

5. महाराव जयसिंह

महाराव जयसिंह, मेवाड़ के एक उत्कृष्ट शासक थे जिन्होंने अपने शौर्य और साहस से अपने राज्य की रक्षा की। उनके प्रेरणादायक कार्यों ने राजपूतों की गरिमा को मजबूत किया और उन्हें इतिहास में अज्ञात महान व्यक्तित्व के रूप में याद किया जाता है।

6. महाराव प्रताप सिंह

महाराव प्रताप सिंह, झालावाड़ के महान राजा और मारवाड़ के धरोहर माने जाते हैं। उन्होंने अपने राज्य की रक्षा के लिए निरंतर संघर्ष किया और अपनी वीरता के लिए प्रसिद्ध हुए। उनकी निष्ठा और उनका प्रेरणादायक जीवन राजस्थानी समाज के लिए एक आदर्श है।

7. महारावल रतनसिंह: महारावल रतनसिंह राजस्थान के मेवाड़ राज्य के महारावल थे। उन्होंने राजपूतों की आजादी और गर्व की भावना को बढ़ावा दिया और उनकी बहादुरी और योद्धा प्रतिभा को याद किया जाता है।

7 महारानी गायत्री देवी: राजस्थान की राजमाता महारानी गायत्री देवी ने भी राजस्थान के विकास और समाज कल्याण में अपना योगदान दिया। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक क्षेत्र में कई योजनाएं चलाई जो गरीब और वंचित वर्गों को लाभ पहुंचाने का काम किया।

8 अमरसिंह राठौड़: राजस्थान के अमरसिंह राठौड़ भी राजस्थान के महान व्यक्तित्वों में गिने जाते हैं। उन्होंने अपने साहित्यिक कार्यों से समाज को प्रेरित किया और राजस्थानी साहित्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में अहम भूमिका निभाई।

9. वीर तेजाजी: राजस्थान के एक और प्रमुख व्यक्तित्व वीर तेजाजी थे, जो राजपूताना के प्रसिद्ध भक्त और योद्धा थे। उन्होंने गरीबों और असहाय लोगों की मदद की और उन्हें न्याय दिलाने का काम किया।

राजस्थान के इन प्रमुख व्यक्तित्वों की यादगार और महान योगदानों ने प्रदेश को ऐतिहासिक रूप से समृद्ध किया है। उनकी कहानियाँ और उनका योगदान हमें हमारे संस्कृति और इतिहास के प्रति गर्व महसूस कराते हैं। आज भी उनकी यादें हमें प्रेरित करती हैं और हमें सही मार्ग दिखाती है