Rajasthan sahitya mcq hindi
#1. 1882 में मुन्ना लाल शर्मा ने कहाँ से देश हितेषी नामक मासिक समाचार पत्रिका प्रकाशित की?
सही उत्तर – अजमेर
व्याख्या – देश हितैषी 1882 ई. में अजमेर से। इसके प्रकाशक मुन्नालाल शर्मा थे।
#2. ‘ढोला मारू रा दूहा’ के रचयिता हैं?
सही उत्तर – कवि कल्लोल
व्याख्या – ढोला मारू रा दूहा ग्यारहवीं शताब्दी मे रचित एक लोकभाषा-काव्य है।ये कथा कवि कलोल द्वारा लिखी गयी।
#3. सर्वहित समाचार पत्र का प्रकाशन बूंदी में किसके द्वारा किया गया?
सही उत्तर – पंडित राम प्रताप शर्मा
व्याख्या – राजस्थान का प्रथम समाचार पत्र सर्वहित था, जो बूंदी से प्रकाशित होता था और जिसकी स्थापना 1890 ई. में हुई।
#4. ‘सूरज प्रकाश’ के ऐतिहासिक काव्य ग्रंथ रचयिता हैं?
सही उत्तर – करणीदान कविया
व्याख्या – करणीदान ने सूरजप्रकाश की रचना महाराजा अभय सिंह के समय की थी।
#5. 1923 में राजस्थान नामक समाचार पत्र का प्रकाशन कहाँ से किया गया जो ऋषि दत्त मेहता के द्वारा निकाला गया था?
सही उत्तर – ब्यावर
व्याख्या – 1923 ईस्वी में ब्यावर से ऋषि दत्त मेहता ने राजस्थान नाम से समाचार पत्र आरंभ किया। इसमें जयपुर, जोधपुर, मेवाड़, और बीकानेर रियासतों में संचालित जन आंदोलनों के बारे में प्रचुर सामग्री छपती थी।
#6. 1939 में नवजीवन का प्रकाशन कहाँ से किया गया जिसमें जागीरदारी शोषण के खिलाफ आवाज उठाई गयी, जिसे नारायण सिंह द्वारा निकाला गया?
सही उत्तर – अजमेर
व्याख्या – नवजीवन – 1939 ई. में अजमेर से कनक मधुकर ने
#7. “राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी” स्थित है?
सही उत्तर – बीकानेर में
व्याख्या – राजस्थान साहित्य अकादमी की स्थापना 28 जनवरी 1958 ई. राज्य सरकार द्वारा राज्य में साहित्य के विकास, प्रोत्साहन व प्रचार-प्रसार के उद्धेश्य से एक शासकीय इकाई के रूप में की गई और 8 नवम्बर 1962 को इसे स्वायत्तता प्रदान की गई।
#8. ‘अचलदास खींची री वचनिका’ के रचयिता हैं?
सही उत्तर – गाडण शिवदास
व्याख्या – अचलदास खींची री वचनिका चारण कवि शिवदास गाडण द्वारा रचित एक ऐतिहासिक कृति है। इसकी कृति की रचना डिंगल भाषा में की गई है।
#9. 1920 में विजय सिंह पथिक द्वारा राजस्थान केसरी नामक समाचार पत्र कहाँ से निकाला गया?
सही उत्तर – वर्धा
व्याख्या – 1920 में पथिक जी ने बम्बई यात्रा के समय गांधी जी की पहल पर वर्धा से राजस्थान केसरी नामक पत्र निकाला.
#10. ‘राजिया रा सोरठा’ के रचयिता हैं?
सही उत्तर – कृपाराम खिड़िया
व्याख्या – संगति के प्रभाव को कवि कृपाराम खिड़िया ने अपने सोरठे में चंदन के वृक्ष को माध्यम बनाकर सिद्ध किया है।