Major incidents during Rajasthan 1857 rebellion
#1. नीमच छावनी से विद्रोह सैनिक दिल्ली जाते समय किस छावनी में पहुँचे?
सही उत्तर – देवली
व्याख्या – देवली छावनी के सैनिक भी इनके साथ मिल गए तथा सारे विद्रोही दिल्ली चले गए नीमच छावनी से भागे 40 अंग्रेजो ने डूंगला गांव चितोड़गढ़ में शरण ली
#2. 1857 की क्रान्ति में आऊवा के युद्ध में शहीद हुए जोधपुर के जागीरदार ?
#3. ए.पी.जे. जॉर्ज पैट्रिक लारेंस की सेना को आऊवा के निकट 18 सितम्बर 1857 ई. को क्रांतिकारियों ने किस स्थान पर परास्त किया?
सही उत्तर – चेलावास
व्याख्या – चेलावास नामक स्थान पर हुए इस युद्ध को काले गोरो का युद्ध भी कहा जाता है इस युद्ध में मेकमेसन की हत्या कर दी जाती है ओर उसका सर आउवा के किले पर लटका दिया जाता है
#4. 1857 ई. के विप्लव के समय राजपूताना में सबसे अधिक शक्तिशाली छावनी थी?
सही उत्तर – नसीराबाद छावनी
व्याख्या – नसीराबाद छावनी बोर्ड की स्थापना वर्ष 1818 में हुई थी
#5. आउवा में अंग्रेजों की सफलता में किसकी गद्दारी थी-
#6. कंपनी अधिकारी, जिसकी 1857 की क्रान्ति के दौरान कोटा में हत्या की गई थी?
#7. अंग्रेजों और जोधपुर की संयुक्त सेना को आऊवा के ठाकुर कुशाल सिंह ने किस युद्ध में हराया-
सही उत्तर – बिथौड़ा युद्ध में
व्याख्या – बिथौड़ा युद्ध में जोधपुर का ओनाड़ सिंह पवार मारा जाता है
#8. 1857 के विद्रोह के समय आउवा के ठाकुर कुशालसिंह को मेवाड़ के किस स्थान के सामन्त ने अपने यहाँ शरण दी?
सही उत्तर – कोठारिया
व्याख्या – कोठारिया के जोधसिंह ओर सलुम्बर के केसरीसिंह ने आउवा के कुशालसिंह को शरण दी
#9. जोधपुर लिजियन में शीतलप्रसाद, मोती खाँ और तिलकराम द्वारा विद्रोह कब किया गया?
सही उत्तर – 23 अगस्त 1857
व्याख्या – जोधपुर लीजन द्वारा 23 अगस्त 1857 को मोती खाँ, तिलकराम तथा शीतल प्रसाद के नेतृत्व में विद्रोह किया तथा ‘चलो दिल्ली मारो फिरंगी’ नारे के साथ दिल्ली प्रस्थान किया। आउवा के ठाकुर कुशालसिंह चम्पावत विद्रोहियों का नेतृत्व स्वीकार करते है
#10. निम्न में से किस कवि ने 1857 ई.की क्रान्ति को प्रेरणा नहीं दी थी-